‘श्री अन्न की पोषण एवं स्वास्थ्य क्षमता पर, मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ावा देना
पन्तनगर। 11 सितम्बर- पंतनगर विश्वविद्यालय के सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय (गृहविज्ञान) के खाद्य विज्ञान एवं पोषण विभाग एवं प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा ‘अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023’ एवं ‘राष्ट्रीय पोषण माह सितंबर 2023’ के अवसर पर ‘श्री अन्न की पोषण एवं स्वास्थ्य क्षमता, विविधता, प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन’ विषयक दो-दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन आज रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री माननीय अजय भट्ट द्वारा किया गया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डा. विनोद कुमार गौर, विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चैहान, अधिष्ठात्री सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय डा. अल्का गोयल, निदेशक प्रसार शिक्षा डा. जे.पी. जायसवाल, विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता व निदेशक तथा सभी विभागों के विभागाध्यक्ष एवं संकाय सदस्य सम्मिलित हुये। इस कार्यशाला में उत्तराखण्ड के 9 कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक, प्रगतिशील किसान, गैर-सरकारी संगठन एवं स्वयं सहायता समूह के लोगों द्वारा प्रतिभाग किया गया। साथ ही राज्य के 100 से अधिक किसान जो मिलेट उत्पादन, प्रसंस्करण और वाणिज्यिकरण के क्षेत्र में कार्यरत हैं वे भी उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि मा0 केंद्रीय रक्षा एवं परिवर्तन राज्य मंत्री अजय भट्ट द्वारा कार्यशाला को संबोधित करते हुए बताया गया कि कृषि के क्षेत्र मेें मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ावा देना उत्तराखंड के कृषि और पर्यटन के क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने का माध्यम भी है। यहां के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर हम अपने नागरिकों को रोजगार के अवसर प्रदान कर सकते हैं तथा प्रदेश के आर्थिक विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। मिलेट्स उत्तराखंड के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और इस राज्य को एक बेहतर और समृद्ध भविष्य की ओर बढ़ा सकते हैं।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति डा. मनमोहन सिंह चैहान ने बताया कि विष्वविद्यालय द्वारा श्री अन्न को बढ़ावा देने के लिए विष्वविद्यालय के अनेक विभागों में श्री अन्न के उत्पादन एवं उपयोग पर कार्य चल रहा है। साथ ही उन्होंने मिलेट्स को लेकर जागरूकता पर जोर दिया है और कहां कि विश्वविद्यालय के छात्रावास मे हफ्ते में एक भोजन मिलेट्स आधारित होना चाहिए,उद्घाटन समारोह के अंत में प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष, खाद्य विज्ञान एवं पोषण विभाग डा. अर्चना कुशवाहा द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।