रेस ओपन फॉर ऑल है इसलिए सभी स्कूलों के अधिकाधिक बच्चे हिस्सा ले सकते हैं

           हल्द्वानी 20 जनवरी- राष्ट्रीय खेलों के प्रचार प्रसार के मद्देनजर सिटी मजिस्ट्रेट ए.पी बाजपेयी ने नैनीताल रोड स्थित क्वीन्स पब्लिक स्कूल में पब्लिक स्कूल एसोसिएशन और होटल एसोसिएशन के साथ बैठक की। उन्होंने राष्ट्रीय खेलों के दौरान शहर की साज-सज्जा एवं आयोजन में उनकी भागीदारी को लेकर चर्चा की। सफल आयोजन को लेकर होटल व स्कूल संचालकों के सुझाव भी लिए।

          सिटी मजिस्ट्रेट बाजपेयी ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों में जनता का ज्यादा से ज्यादा जुड़ाव करने के लिए खेल विभाग की ओर से संचालित राष्ट्रीय खेल के मैस्कट ‘मौली’ की वैन स्कूलों में भेजी जाएगी। पीएसए अध्यक्ष कैलाश भगत ने सुझाव देते हुए कहा कि क्षेत्र अनुसार रोस्टर बनाकर दिया जाएगा ताकि वैन एक-एक दिन में तीन से चार स्कूल कवर कर सके, इससे कम समय में ज्यादा से ज्यादा स्कूल कवर हो सकेंगे।

         सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हल्द्वानी में होना सभी के लिए गौरव का प्रतीक है इसलिए इसमें सभी को बढ़चढ़ कर भागीदारी निभानी चाहिए। नैनीताल रोड के सभी स्कूल एवं होटल संचालकों से वाहनों को सड़क या नो पार्किंग में खड़ा नहीं करने के निर्देश दिए ताकि खिलाड़ियों के आवागमन में कोई परेशानी नहीं हो। साथ ही स्कूल व होटल प्रबंधन से 26 जनवरी से राष्ट्रीय खेलों के समापन (14 फरवरी) तक भवन पर  रंगीन इलेक्ट्रिक झालरों से सजावट, कार्यालयों व एंट्री गेट्स पर मौली के कटआउट, सेल्फी विद् मौली हैंडी वगैरह लगाने की अपील की। बच्चों में राष्ट्रीय खेलों की जागरूकता के लिए राष्ट्रीय खेल थीम पर चित्रकला प्रतियोगिताएं कराने और  सर्वश्रेष्ठ चित्रों को नगर निगम में वॉल ऑफ टैलेंट पर चस्पा करने के लिए भी कहा।

 सभी स्कूल व होटल संचालक राइजर के जरिए राष्ट्रीय खेलों के प्रचार-प्रसार में जिला प्रशासन की मदद कर सकते हैं। इस अवसर पर यह भी तय हुआ कि स्कूली बच्चों से राष्ट्रीय खेलों के थीम सॉन्ग गायन की तैयारी करवाई जाए, बाद में चयनित बच्चों को स्टेडियम में परफॉर्म करने का मौका दिया जाएगा। इस दौरान खेल विभाग के वरुण बेलवाल ने बताया कि 21 जनवरी को शाम चार बजे से मिनी स्टेडियम से तिकोनिया तक रन फॉर नेशनल गेम्स को लेकर एक सद्भावना दौड़ आयोजित की जा रही है। 

     यह रेस ओपन फॉर ऑल है इसलिए सभी स्कूलों के अधिकाधिक बच्चे हिस्सा ले सकते हैं। सभी स्कूल संचालकों ने बच्चों को रेस में भेजने पर सहमति दी।